Ratan Tata :कामयाबी का दूसरा नाम रतन टाटा ।

Ratan Tata(Ratan Tata) रतन टाटा कामयाबी का दूसरा नाम।

रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 (Ratan Tata age) 81  में महाराष्ट्र के मुंबई शहर में हुआ था। रतन एक भारतीय इंडस्ट्रियलिस्ट है और इन्वेस्टर है, रतन टाटा टाटा संस के चेयरमैन भी रह चुके हैं और टाटा ग्रुप के चेयरमैन भी रह चुके हैं, 1990 से लेकर 2014 तक इस बीच उन्होंने टाटा ग्रुप को काफी फायदा दिलाया और टाटा ग्रुप को एक बड़ा और सक्सेसफुल कंपनी बना दिया। उन्हें बहुत सारे अवार्ड से भी नवाजा गया है जैसे कि पद्मा विभूषण उन्हें 2008 में मिला और उसके बाद पद्मा भूषण 2000 में, वह भारत में एक बड़े इन्वेस्टर और इंडस्ट्रियलिस्ट के नाम से जाने जाते हैं। वह अपनी जिंदगी में बहुत ही ज्यादा सक्सेसफुल रहे हैं और उन्होंने टाटा ग्रुप को भी सक्सेसफुल बना दिया।

RATAN NAVAL TATA

  • Born – 28 December Mumbai India
  • Residence – Colaba Mumbai India
  • Nationality – Indian
  • Occupation – Chairman emeritus, Tata sons Former Chairman, Tata Group
  • Parents – Naval Tata, Sonoo Tata
  • Relatives – Tata Family
  • Awards – Padma Vibhushan (2008), Padma Bhushan (2000)

ratan tata

रतन टाटा के बारे में कुछ खास बातें।

उनका जन्म 1937 में हुआ था वह टाटा ग्रुप के संस्थापक (Jamshedji Tata) जमशेदजी टाटा के पोते हैं। रतन कर्नल यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर के छात्र रह चुके हैं। उन्होंने 1961 में टाटा ग्रुप को ज्वाइन किया, जेआरडी टाटा के रिटायरमेंट के बाद 1991 के बाद से 21 साल उन्होंने टाटा ग्रुप के चेयरमैन के रूप में टाटा ग्रुप में काम किया जिसमें उन्होंने टाटा टी चाय पत्ती को एक बड़ा ब्रैंड बना दिया, टाटा मोटर्स ने जैगवार और रेंज रोवर जैसी बड़ी कंपनी को खरीद लिया, उन्होंने प्रोडक्शन भी बढ़ाया और साथ ही साथ उन्होंने कंपनी का मुनाफा 50 परसेंट बढ़ा दिया। टाटा ग्रुप ने कोरस कंपनी को भी खरीद लिया, यह सब कुछ उन्होंने अपने 21 साल में किया। टाटा ग्रुप आज पूरे दुनिया में है इंडिया से लेकर कैनेडा तक और अमरीका से लेकर साउथ अफ्रीका तक टाटा ग्रुप काम कर रही है।

उनकी पिछली जिंदगी टाटा ग्रुप ज्वाइन करने से पहले।

रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 में महाराष्ट्र के शहर मुंबई में हुआ था उस वक्त बॉम्बे के नाम से जाना जाता था। उनके (Ratan Tata father) पिता का नाम नवल टाटा था जिनका जन्म गुजरात के शहर सूरत में हुआ था।(Ratan Tata Family) रतन टाटा की दादी जो जमशेदजी टाटा की साली थी यानी कि उनकी बीवी की बहन। 10 साल की उम्र में रतन के माता-पिता दोनों अलग हो गए उसके बाद उनका परवरिश सर रतनजी टाटा की बीवी ने किया। उन्होंने अपनी निजी पढ़ाई बिशप कॉटन स्कूल शिमला से की है उसके बाद उन्होंने अपना ग्रेजुएशन न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से पूरा किया। 1959 में उन्होंने बैचलर ऑफ आर्किटेक्ट की डिग्री आर्किटेक्चर कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से ली उसके बाद उन्होंने एडवांस मैनेजमेंट हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से किया।

आज रतन टाटा को सारी दुनिया जानती है और वह कई लोगों के लिए एक प्रेरणा है जिनसे लोग आज सीट हासिल करते हैं और अपनी जिंदगी में कुछ मकसद हासिल करने का सोच रखते हैं।

 

 

 

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